Monday, December 6, 2010

18 -भाग-१- पुर्णतः पारदर्शी प्रणाली (टोटल ट्रांसपरेंट सिस्टम )

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लक्ष्य या सपना-- " जहा व्यवस्था का ( गाँव, शहर,राज्य,रास्त्र, व सभी देशो में)कुछ दिमागों पर निर्भर नहोकर,सभी दिमागों से गुजरना आनिवार्य हो। पुर्णतः पारदर्शी प्रणाली हो। सरकार को हर निर्णय लेने के पूर्व जनता की राय लेना बाध्यता हो, दुसरे शब्दों में जनता ही हर निर्णय ले रही हो।"


तकनीकी द्रस्ती से-- जहा कम्प्यूटर मानीटर पर वे सारे मैटर आ रहे है,जिन पर जनता को निर्णय लेना हे,मतलब यस या नो या अपनी राय के पक्ष में बटन दबाना हे। जनता के संयक्त निर्णय या बहुमत के विरुद्ध सरकार निर्णय नही ले सकती। व्यवस्था कम्प्यूटर बेस्ड होने से काफी फास्ट हो चुकी है। सरकार के टोटल फंड, आय की उपलब्धता (टेक्स के द्वारा या अन्य....)मानीटर पर आ रही हे जनता के द्वारा उसका उपयोग सुनिश्चित किया जारहा हे। हर एरिया में ४० या ५०% की सहमती से कोई भी क़ानून बन सकता है।जनता को ट्रेंड करने के लिए एजुकेसन सेंटर है, जहा निर्णय लेने हेतु फुल डेटा बेस इन्फार्मेसन और संभावित विवेक पूर्ण निर्णयों की सलाह दी जा रही है। सिअतम के पारदर्शी होने से ८५ से ९०% तक का सरकारी फंड जो भ्रस्टाचार में चला जाता था वह अब जनता तक पहुच रहा है। जनता अन्तर-रास्ट्रीय लेवल पर इन्टरनेट व रिसर्च एंड डेवलपमेंट के माध्यम से परिपक्व हो कर आपने सिस्टम मे सुधार कर रही है ।


सब कुछ अच्छा है पर सम्भव कैसे है ? सरकार के द्वारा होना होता तो अब तक हो चुका होता। अपने ख़ुद के बलबूते पर ये कैसे होगा ? इतने फंड कहा से आयेंगे ? इतने लोग संगठित रह ही नही सकते, उनको एजुकेसन कैसे दे पाएंगे ?


समाधान तो हमको ही खोजना है, चूँकि सपना अच्छा है, विस्वाश कीजिये ये पुरा.....??? होगा ।


आप बस ओ.एस.एस.आई .एन.एन........को जेनरेट कीजिये.......


अब--ओ--ऑब्जेक्टिव याने टोटल ट्रांसपरेंट सिस्टम बनाना


एस--स्टेटस याने वर्तमान इस्थिति को जानने के बाद नेक्स्ट एस याने स्टेप्सवर्क-आउट करते है। -------


प्रथम पड़ाव--


स्टेप-१-- हम सभी अपने अपने १०२३ के व्यक्तिगत ट्री पुरा बनाते है।


स्टेप-२--८वे लेवल पर आपको १+८ कोड (६००+४८००=५४००)के बाद जो २०२०० रूपयेटोटल ट्रांसपरेंट सिस्टम फंड में डाले जाते है,उनका उपयोग एक निश्चित जनसँख्या के बीच एक सम्पूर्ण आफिस एजुकेसन सेंटर के साथ विकसित करने में होता हे,जो पेड़ ओस्सिन्न फेमिली की प्रापर्टी होते है,इस तरह १००० ट्री बनाने पर १०२३ गुना २०२०० तक़रीबन २ करोर से ज्यादा जेनरेट होते जिससे १५ या २० hajar की जनसँख्या के madhy maatr ६०० रूपये daalkar आफिस और सेंटर विकसित किए जा सकते है।याने aarthik व sansaadhan के लेवल पर आत्म-निर्भर। आपको 9th लेवल पर ५०००० दिए जाते है,जो आपके उपयोग के लिए है , उसके बाद हर bar ६०० रूपये का फ्री कोड मिलता jaayega और aajivan जाने कितनी bar आप ५०००० रूपये kamate जायेंगे,बिना किसी viniyog के। इस सम्पूर्ण kamai का anupyogit भाग आप ओस्सिन्न को vasiyat करते है।


aarthik रूप से और surakshit


padav --2--


step-- 3---- ab hum 120 kr

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